लौकी – हार्ट की अचूक औषधी..
लौकी भारत में पायी जाने वालीं बेहतरीन औषधीय गुडो वाला फल है जिसे प्रायः सब्जी तथा सलाद के रूप में जाता है। यह तन पे हरे रंग के फल के रूप में दो आकर में पाया जाता है लंबा और गोलाकार । इसे घीया , दुधी इत्यादीं नमो से भी जाना जाता है ।
लौकी का प्रयोग करने से पेट साफ रहता है तथा शरीर को स्वस्थ एवम ऊर्जावान बनाये रखता है । इसके अतिरिक्त लौकी वीर्यवर्ध्दक, पित्त तथा कफनाशक और धातु को पुष्ट करने वाली होती है। आइए इसकी औषधीय गुणों पर एक नज़र डालते हैं
1. स्वस्थ हृदय तथा कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण : भारत में हृदय रोग का होना आम बात हो गया है यह बीमारी लोगो के हलके था कुछ तेज धड़कन के साथ है। जज्यादातर यह बीमारी अनुवांशिक तथा ख़राब दिनचर्या एवं असंतुलित आहार लेने के वजह से होता है ।
नोट: कृपया कड़वा लगने वाले लौकी का इस्तेमाल न करे क्योंकि यह स्वास्थ के लिए नुकसान करेगा ।
2. अनिद्रा से राहत :अनिद्रा की समस्या से पीड़ित लोग लौकी के रस के साथ तिल का तेल मिलाकर पी सकते हैं ।
3. बालो का पकना: आजकल के वातावरण में प्रदूषण और मिलावटी भोजन करने से लोगों के बाल २५ से ३० की उम्र में भूरे हो रहे है। इसे रोकने के लिए सुबह जल्दी लौकी के रस का एक गिलास पीना चाहिए।
4. रुसी नियंत्रण :आंवला रस और लौकी के रस के बराबर मात्रा के साथ पीना रूसी कम करता है | दोनों रसों को मिलाकर सिर पर मालिश करने से पूरी तरह से रूसी का उन्मूलन हो जाता है ।
5. तनाव में कमी :बच्चे से लेकर बुजुर्ग व्यक्ति तक तनाव काफी आम हो गया है। अगर आप अस्वास्थ्यकर आहार लेते रहें, तो स्थिति बिगड़ती जा सकती है। पर्याप्त पानी की मात्रा होने के कारण आप लौकी खा सकते हैं जो शरीर को ठंडा प्रभाव देगी । लौकी में पित्तशामक गुण होने के कारण आप अपने शरीर को आंतरिक रूप से शांत महसूस करेंगे
6. हैजा,खांसी, टीबी, सीने में जलन आदि में भी लौकी बहुत उपयोगी होती है
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