स्वस्थ रहने के चमत्कारिक फायदे
हम सभी लोगो ने यह कहावत तो जरूर ही सुनी होगी यानि की स्वस्थ शरीर ही मनुष्य का सबसे बड़ा खजाना होता है । एक सुखी स्वस्थ जीवन के लिए तन और मन दोनों का स्वस्थ होना जरुरी है । अगर हम शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेगे , तभी हम अपने आप को सार्वजनिक एवं निजी जीवन में सफल देख पाएंगे । इसके विपरीत एक अस्वथ इन्सान हमेशा तनाव ग्रस्त हताश और परेशान दिखता है । इसीलिए अगर हमे अपने जीवन का पूरा आनंद उठाना है , तो हमे अपनी सेहत का ख्याल रखना अत्यंत ही आवश्यक है ।
जिस तरह से अच्छा घर,पैसा ,गाड़ी हमारे लिए जरुरी हैं, उसी तरह से एक Healthy Life Style को maintain करना भी बहुत ही जरुरी हैं, क्यूंकि हम स्वस्थ्य रहेंगे तभी इन चीजो का सही ढंग से उपयोग कर पाएंगे । आइये कुछ Basic के बारे में जाने
जिस तरह से अच्छा घर,पैसा ,गाड़ी हमारे लिए जरुरी हैं, उसी तरह से एक Healthy Life Style को maintain करना भी बहुत ही जरुरी हैं, क्यूंकि हम स्वस्थ्य रहेंगे तभी इन चीजो का सही ढंग से उपयोग कर पाएंगे । आइये कुछ Basic के बारे में जाने
Basic and Important Healthy Life Style Tips In Hindi
रोजमर्रा के आदतों में थोड़ा बहुत सुधार करके एक स्वस्थ जीवन की परिकल्पना कर सकते है । दिनचर्या से जुडी स्वास्थ्य और सुखी जीवन के लिएऔर उपयोगी मंत्र
पानी पीने के तरीके और नियम
☛ धरती पर पानी अमृत के समान है । पानी हमारे body को detoxify करने में काफी मदद करता है । इसलिए कोशिस करे की आप पानी प्रचूर मात्रा में पिए । पानी की मात्रा अवस्था के अनुसार ज्यादा कम हो सकती है । लेकिन चिकित्सको के अनुसार एक स्वस्थ इंसान को 10-15 ग्लास पानी पीना अनिवार्य है ।
☛ खड़े -खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की बीमारी (pain in knees) होती है इसलिए खाना पीना बैठ कर करना चाहिए।
☛ ज्यादा ठंडा पानी न पिए इससे आपके ह्रदय और पाचन शक्ति पर बुरा असर पड़ता है । इसलिए अगर सम्भव हो तो हल्का गर्म पानी पिए अन्यथा सामान्य पानी का ही उपयोग करे ।
☛ सुबह उठते ही कम से कम दो ग्लास सामान्य पानी पिए । रात में तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी सुबह के समय में पीना बहुत ही उपयोगी है ।
☛ खाना खाने से आधा घंटा पहले पानी पीएं और भोजन के एक घंटा बाद पानी का सेवन करें। सोने से पूर्व भी एक गिलास पानी पीना चाहिए।
☛ पानी कभी भी अधिक मात्रा में एक साथ न पीएं। बेहतर होगा घूंट-घूंट कर पानी पीएं
☛ भोजन के बीच में पानी पीने से पाचन तंत्र में गड़बड़ हो सकती है।
☛ खड़े -खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की बीमारी (pain in knees) होती है इसलिए खाना पीना बैठ कर करना चाहिए।
☛ ज्यादा ठंडा पानी न पिए इससे आपके ह्रदय और पाचन शक्ति पर बुरा असर पड़ता है । इसलिए अगर सम्भव हो तो हल्का गर्म पानी पिए अन्यथा सामान्य पानी का ही उपयोग करे ।
☛ सुबह उठते ही कम से कम दो ग्लास सामान्य पानी पिए । रात में तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी सुबह के समय में पीना बहुत ही उपयोगी है ।
☛ खाना खाने से आधा घंटा पहले पानी पीएं और भोजन के एक घंटा बाद पानी का सेवन करें। सोने से पूर्व भी एक गिलास पानी पीना चाहिए।
☛ पानी कभी भी अधिक मात्रा में एक साथ न पीएं। बेहतर होगा घूंट-घूंट कर पानी पीएं
☛ भोजन के बीच में पानी पीने से पाचन तंत्र में गड़बड़ हो सकती है।
नींद की मात्रा व गुणवत्ता । Early to Bed and Early to Rise
☛ early to bed and early to rise यानि की उचित समय से सोना और जगना । यानि की सूर्योदय से पहले उठना और रात्रि में खाने के 1.30 – 2 घंटे बाद ही सोना चाहिए ।
☛ नींद की मात्रा व गुणवत्ता पर ध्यान देना जरुरी है रात्रि में सोने का अधिकतम समय सीमा 10-11 और सुबह 4-5 के बीच होनी चाहिए । इस तरीके आप 6-7 घंटे की नींद आराम से maintain कर सकते है । 6-7 घंटे की नींद का अंतराल होना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरुरी हैं ।
☛ कभी भी बेड से सीधे न उठें। पहले साइड में करवट लें, फिर बैठें और उसके बाद उठें।
☛ पेट के बल सोने से बचना चाहिए,पीठ के बल सोएं अथवा बाये या दायें करवट सोये
☛ गद्दा सख्त होना चाहिए । तकिया बहुत सॉफ्ट या हार्ड नहीं होना चाहिए।
☛ रात्री में सोने से पूर्व दाँतों की सफाई, नैत्रों की सफाई एवं पैरों को शीतल जल से धोकर सोना चाहिए
☛ नींद की मात्रा व गुणवत्ता पर ध्यान देना जरुरी है रात्रि में सोने का अधिकतम समय सीमा 10-11 और सुबह 4-5 के बीच होनी चाहिए । इस तरीके आप 6-7 घंटे की नींद आराम से maintain कर सकते है । 6-7 घंटे की नींद का अंतराल होना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरुरी हैं ।
☛ कभी भी बेड से सीधे न उठें। पहले साइड में करवट लें, फिर बैठें और उसके बाद उठें।
☛ पेट के बल सोने से बचना चाहिए,पीठ के बल सोएं अथवा बाये या दायें करवट सोये
☛ गद्दा सख्त होना चाहिए । तकिया बहुत सॉफ्ट या हार्ड नहीं होना चाहिए।
☛ रात्री में सोने से पूर्व दाँतों की सफाई, नैत्रों की सफाई एवं पैरों को शीतल जल से धोकर सोना चाहिए
☛ रात्री में शयन से पूर्व अपने किये गये कार्यों की समीक्षा कर अगले दिन की कार्य योजना बनानी चाहिए। तत्पश्चात् गहरी एवं लम्बी सहज श्वास लेकर शरीर को एवं मन को शिथिल करना चाहिए। शान्त मन से अपने दैनिक क्रियाकलाप, तनाव, चिन्ता, विचार सब परात्म चेतना को सौंपकर निश्चिंत भाव से निद्रा की गोद में जाना चाहिए।
स्वास्थ्यप्रद भोजन | Healthy Diet Plan in Hindi
☛ भोजन सादा करो एवं उसे प्रसाद रूप में ग्रहण करो, शांत, प्रसन्न और निश्चिन्तता पूर्वक करो और उसे अच्छी तरह चबाचबा कर खाओ। खाते समय न बात करो और न हंसो। एकाग्र चित्त होकर भोजन करना चाहिए।
☛ खाना हमेशा संतुलित मात्रा में खाएं अर्थात भूख से कम ही खाएं।
☛ भोजन के तुरन्त बाद दौड़ना, तैरना, नहाना, मैथुन करना स्वास्थ्य के बहुत हानिकारक है।
☛ स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करे, जंक और फ़ास्ट फूड जैसे चीजो कम खाये । वैसे कोशिस तो यही होनी चाहिए की न ही खाये
☛ प्रोस्सेड फूड की जगह ताजे फल-सब्जियों को तवज्जो दे ।
☛ सम्भव हो तो एक दिन व्रत यानि की उपवास अवश्य रखे जिससे आपका liver detoxify होकर recover हो सके
☛ दिन भर energetic रहने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत जरुरी होता हैं, इसे कभी miss न करे । नाश्ते के रूप में अंकुरित अनाज ,पोहा, उपमा, वीट फ्लेक्स आदि में से लें सकते हैं, साथ ही 1 गिलास दूध अथवा फ्रूट जूस को अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करे ।
☛ लंच में चावल, दाल, सलाद, दही व सब्जियां को शामिल करें
☛ देर रात डिनर में गरिष्ट खाना खाने से बचे और सोने से 1.5-2 घंटे पहले डिनर ले ले ।
☛ खाना हमेशा संतुलित मात्रा में खाएं अर्थात भूख से कम ही खाएं।
☛ भोजन के तुरन्त बाद दौड़ना, तैरना, नहाना, मैथुन करना स्वास्थ्य के बहुत हानिकारक है।
☛ स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करे, जंक और फ़ास्ट फूड जैसे चीजो कम खाये । वैसे कोशिस तो यही होनी चाहिए की न ही खाये
☛ प्रोस्सेड फूड की जगह ताजे फल-सब्जियों को तवज्जो दे ।
☛ सम्भव हो तो एक दिन व्रत यानि की उपवास अवश्य रखे जिससे आपका liver detoxify होकर recover हो सके
☛ दिन भर energetic रहने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत जरुरी होता हैं, इसे कभी miss न करे । नाश्ते के रूप में अंकुरित अनाज ,पोहा, उपमा, वीट फ्लेक्स आदि में से लें सकते हैं, साथ ही 1 गिलास दूध अथवा फ्रूट जूस को अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करे ।
☛ लंच में चावल, दाल, सलाद, दही व सब्जियां को शामिल करें
☛ देर रात डिनर में गरिष्ट खाना खाने से बचे और सोने से 1.5-2 घंटे पहले डिनर ले ले ।
सक्रिय रहे | Be Active
☛ अपने दिनचर्या में कुछ समय व्यायाम,योग,प्रणायाम तथा ध्यान के लिए अवश्य रखे । इसके लिए आप तैराकी, जॉगिंग, साइकिलिंग, स्किप्पिनंग (रस्सी कूदना) जैसे आसान अभ्याश कर सकते है
ब्रह्मचर्य जीवन का पालन
☛ विवाह से पूर्व ब्रह्मचर्य जीवन निर्वहन करे । नहीं तो पुरुषो और स्त्रियो में सेक्स संभन्धी समस्या का सामना करना पड़ सकता है जिसमे गर्भधारण और शुक्राणु की समस्या आम है ।
Important Health tips
☛ सिगरेट,शराब घुटका जैसे नशीली और संवेदलशील पदार्थो का सेवन बिल्कुल भी न करे ।
☛ Improve immunity power, बेहतर रोग प्रतिरोधी क्षमता बीमारियों की संभनावो को कम करती है
☛ weight को control में रखना जरुरी है ध्यान रखे की हमारा शरीर न तो overweight हो और न ही underweight
☛ Improve immunity power, बेहतर रोग प्रतिरोधी क्षमता बीमारियों की संभनावो को कम करती है
☛ weight को control में रखना जरुरी है ध्यान रखे की हमारा शरीर न तो overweight हो और न ही underweight
☛ समय समय पर स्वास्थ्य संबंधी जरुरी जाँच करवाते रहना चाहिए जिससे की किसी खतरनाक बिमारी से बचा जा सके
☛ स्वयं को विश्राम के लिए पर्याप्त समय दें
☛ अनावश्यक बालों को साफ करते रहें । बालों को हमेशा सँवार कर रखें। अपने बालों में तेल का नियमित उपयोग करें। बाल छोटे और साफ रखें,
☛ जरुरी दिनचर्या जैसे शौच, ब्रश, स्नान जैसी जरुरी आदतों को करना न भूले और एक निश्चित समय अंतराल पर करे ।
☛ मल-मू.त्र के वेग को कभी नहीं रोकना चाहिए अन्यथा पेट अथवा मूत्र रोग हो सकता है।
☛ किसी भी प्रकार का stress बिलकुल भी न ले स्वयं खुश रहे और दूसरो को भी खुश रखने की कोशिस करे । क्योंकि एक कहावत के अनुसार चिन्ता चिता के समान होती है ।
☛ अंग्रेजी दवाओ की जगह हमारे द्वारा सुझाये गए विभिन्न रोगों के आयुर्वेदिक और घरेलु नुस्खों का इस्तेमाल करे क्योंकि अंग्रेजी दवाओ के काफी side effects देखनो को मिलते है ।
☛ स्वयं को विश्राम के लिए पर्याप्त समय दें
☛ अनावश्यक बालों को साफ करते रहें । बालों को हमेशा सँवार कर रखें। अपने बालों में तेल का नियमित उपयोग करें। बाल छोटे और साफ रखें,
☛ जरुरी दिनचर्या जैसे शौच, ब्रश, स्नान जैसी जरुरी आदतों को करना न भूले और एक निश्चित समय अंतराल पर करे ।
☛ मल-मू.त्र के वेग को कभी नहीं रोकना चाहिए अन्यथा पेट अथवा मूत्र रोग हो सकता है।
☛ किसी भी प्रकार का stress बिलकुल भी न ले स्वयं खुश रहे और दूसरो को भी खुश रखने की कोशिस करे । क्योंकि एक कहावत के अनुसार चिन्ता चिता के समान होती है ।
☛ अंग्रेजी दवाओ की जगह हमारे द्वारा सुझाये गए विभिन्न रोगों के आयुर्वेदिक और घरेलु नुस्खों का इस्तेमाल करे क्योंकि अंग्रेजी दवाओ के काफी side effects देखनो को मिलते है ।
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