Friday, 28 July 2017

याददाश्त. बढ़ाने के उपाय

याददाश्त. बढ़ाने के उपाय  Memory Power Increase 
 

आज बाजार में याददास्त बढ़ाने के लिए (Memory Tez Karne Ke Liye) गोलियों से लेकर च्यवनप्राश तथा विशेष प्रकार के दंत मंजन तथा अनेक टानिक आदि प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं | इनके बारे में यह दावा किया जाता है कि इन तरीकों के सेवन से हमारी स्मरण शक्ति बढ़ सकती (Memory Power Can Increase) है, लेकिन यदि स्मरण शक्ति बढ़ाना इतना ही आसान होता, तो हम सब के सब जीनियस इंसान हो जाते |
हम सभी की जिंदगी में प्रायः कुछ न कुछ भूल जाने के क्षण आते रहते हैं | बातचीत  के दौरान आपके साथ भी ऐसा होता होगा कि कोई नाम तो दिमाग में घूम रहा है लेकिन आप उसका नाम बता नहीं पाते या आप ठीक शब्द बोल नहीं पाते | कभी – कभी ऐसा भी होता है कि कहीं पर चाबियां रख कर भूल गए हैं, लेकिन याद नहीं आ रहा है |
लेकिन शायद आपको मालूम होगा कि कुदरत हमेशा अपने ढंग से सोचती और समझती है | जीव विज्ञानियों के अनुसार मनुष्य की इस अधूरी स्मरण शक्ति के पीछे भी एक मकसद होता है | कुछ लोगो के विचार से यदि आप ज्ञान की अमिट छाप चाहते हैं तो यह जरूरी है कि हमारी स्मरणशक्ति भी अधूरी हो | यदि चेतन स्तर पर यदि हम हर बात याद रखते, तो फिर क्रेजी हो जाते | छोटी-छोटी घटनाओं की स्मृति से सब गड़बड़ हो जाता | इसलिए समझदारी इसी में है, कि हम जरूरी बातों को ही याद रखें | इसलिए, इसके बारे में हम आपके लिए कुछ नुस्खे बता रहे हैं (Dimag Tez Karne Ke Nuskhe) , जिससे आप अपनी याददाश्त को बेहतर और सामंजस्यपूर्ण बना सकते हैं –

1. चुस्त-दुरुस्त रहें Health Tips Increasing Memory Power

आप तो जानते ही हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है | यदि आपकी आयु 40 वर्ष से अधिक है और हफ्ते में चार या पांच बार एरोबिक व्यायाम करते हैं, तो निश्चय ही स्मरणशक्ति की परीक्षा में आप अपनी आयु के उस व्यक्ति को भी मात दे सकते हैं, जो शारीरिक व्यायाम नहीं करता | यदि आप नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते तो आप अभी से आलस छोड़ दें | दिमाग के लिए अदभुत टानिक व्यायाम ही होता है | इससे मस्तिष्क की ओर रक्त के प्रवाह में सुधार आता है | साथ ही हमारी सोचने समझने की शक्ति तथा याददास्त अपने आप बढ़ने लगती है |

2. आप दिमागी खेल खेलें Memory Badhane Ke Liye Mental Games Khele

दिमागी खेल खेलने से आपके दिमाग की शक्ति बनी रहती है और आपकी याददाश्त जल्दी कम नहीं होती है | इसके लिए आप क्रासवर्ड खेलें, शतरंज खेलें, इनसे आपकी स्मरण शक्ति तेज होगी | इन खेलों से धीरे-धीरे तथा सूक्ष्म स्तर पर लाभ मिलता है | अब यह आप पर निर्भर करता है कि आपको कौन सा खेल खेलना पसंद है |

3. छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें Concentrate To Increase Memory

इसका मतलब यह है कि आप छोटी-छोटी बातों पर पूरा ध्यान दें | हर नई जानकारी को आत्मसात करें | कुछ लोग इस काम में काफी माहिर भी होते हैं | उदाहरण के रूप में, आपके पास ना जाने कितनी बार ₹50 का नोट आया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस नोट के पीछे कौन सा चित्र बना है ? जब तक आप संसद भवन की इस चित्र पर ध्यान नहीं देते, तब तक आप अच्छे आब्जर्वर नहीं हो सकते | इसलिए जरूरी है कि आप अपने मानस पटल पर खास-खास चीजों की तस्वीर बना लें |

4. स्मरण शक्ति वर्धक तरीके अपनाएं और लय तुकबंदी में सोचें

फैक्ट्स और जटिल तथा बहुत ज्यादा जानकारी को लय तुकबंदी में याद करें | इससे आपको बहुत ज्यादा मदद मिलेगी | आप भी यह कोशिश करके देखें तो आप पाएंगे इसका जादू सा असर कैसे होता है |

5. लिस्ट बनाएं Make Your List To Memorise

याद रखने वाली बहुत सारी बातें कागज के किसी टुकड़े में संक्षेप में लिख लें | इससे आपकी याददाश्त में यह जानकारी चली जाएगी | इसके साथ ही आपका दिमाग अन्य बातें याद रखने के लिए फ्री हो जाएगा | आप की याददाश्त का भंडार सीमित होता है | लिस्ट बना लेने से इस पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा |

6. अलग-अलग घटनाओं को जोड़कर याद रखें

जो कुछ घटित होता है, वह अन्य घटनाओं से अलग-थलग नहीं होता है | इन घटनाओं पर ध्यान दें, बड़े सहज ढंग से किसी घटना विशेष के डिटेल्स दिमाग में आने लगेंगे | यदि आपका दिमाग साथ न भी दे, तब भी ऐसे तथ्य किसी भी सामान्य ज्ञान की पुस्तक में ढूंढे जा सकते हैं | इस प्रकार की घटनाओं को परस्पर जोड़ने से कई बार हमारा दिमाग सही दिशा में सोचने लगता है | इससे अतीत से जुड़ी घटनाएं याद करने में मदद मिलती है |

7. अपने आसपास के बारे में सोचें

यदि हम चाहते हैं, कि हमारा स्मृति तंत्र सही ढंग से कार्य करता रहे, तो अपने चारों ओर घटित हो रही घटनाओं पर पूरा ध्यान दें | इससे इस बात की गुंजाइश रहती है, कि यादों की गुम कड़ी तुरंत सॉल्व हो जाए | जितना अधिक घटनाओं को जोड़ते जाएंगे, आपको सही उत्तर मिलता जाएगा | हम अपनी मंजिल के निकट आते जाएंगे |

8. ध्यान लगाएं Meditation To Increase Memory

ध्यान लगाने से मन एकाग्र होता है और इससे हमें शांति भी मिलती है | मस्तिष्क बाधाओं से मुक्त होता है | जिसके परिणाम स्वरुप मन को आराम मिलता है | हम चेतना के तनावमुक्त स्तर पर पहुंच जाएंगे | आगे बढ़े और प्रयोग करके देखें | ध्यान लगाना मुश्किल जरूर है, पर किसी योग्य गुरु की मदद लेने से इसमें कामयाबी जरूर हासिल की जा सकती है

9. खूब पढ़ें और लगातार पढ़ें Yaddasht Badhane ke Liye Padhe

यदि आप अभिव्यक्ति के लिए शब्द ढूंढ रहे हैं और शब्द साथ नहीं दे रहे हैं, और ऐसा काफी होता है, तो आपको अधिक से अधिक पढ़ने की जरूरत है | आप जितना पढ़ सकते हैं, उतना पढ़ें | उत्तम साहित्य पढ़ें, आनंद लें और उसमें डूब जाएं | जल्दी ही आपके अंतःकरण से शब्दों का प्रभाव होने लगेगा | कई प्रसिद्ध वक्ताओं ने इस तरीके को अपनाया है और उसमें उनको सफलता भी मिली है |

10. शांत रहें Yaddasht Badhane Ke Liye Shant Rahe

दबाव, चिंता, घबराहट का आपकी याददाश्त पर बहुत बुरा असर पड़ता है | अनेक मेघावी छात्र इन्हीं कारणों से परीक्षा में अच्छे अंक नहीं ला पाते | इसलिए शांत रहें और सफलता की सीढ़ियां चढ़ते जाएं | यदि आप चिंतित रहते हैं, तो योग करें | जब खुद को तनाव से घिरा पाए तो दो चार बार लंबी गहरी सांस लें | सुबह-शाम सैर के लिए जाएं और थक जाएं तो आराम करें |

11. अल्कोहल से दूर रहें Avoid Alcohol

अधिक शराब पीना और दूसरे नशे करने वाले पदार्थों का सेवन करना अपने पैर में कुल्हाड़ी मारने के समान होता है | इससे शरीर के साथ-साथ मन-मस्तिष्क पर भी बुरा असर पड़ता है | विस्मरण की अवस्था में ही कई बार व्यक्ति झूठ के कटघरे में खड़ा हो जाता है | ऐसी स्थिति आने से बचें और शराब की लत से खुद को बचाए रखें |

12. संतुलित आहार लें Food To Eat To Increase Memory Power

अनुसंधान से पता चलता है कि विटामिनों से भरपूर संतुलित आहार लेने से याददाश्त, शब्द प्रवाह आदि में सुधार आता है | बी कांप्लेक्स के विटामिन, विशेषता नियासिन और बीटा केरोटिन खास तौर पर उपयोगी है |

Thursday, 27 July 2017

एनीमिया खून की कमी का उपचार जाने

एनीमिया खून की कमी  का उपचार जाने  

मानव के शरीर में लौह की मात्रा उसके वजन के अनुसार तीन से पांच ग्राम तक हो सकती है। लेकिन जब इसकी मात्रा शरीर में कम होने लगती है, तब हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन का बनना कम हो जाता है, इसलिए आज हम जानेंगे एनीमिया का आयुर्वेदिक उपचार। एनीमिया के कारण शरीर में लौह की मात्रा  की कमी आ जाती है। इसका सबसे बड़ा नुकसान हमारे शरीर को यह भी होता है कि इससे शरीर में ऑक्सीजन का आवाजाही कम हो जाती है। इसी कारण शरीर को र्याप्त उर्जा नहीं मिलती, जिसके कारण व्यक्ति को एनीमिया अर्थात् शरीर में खून की कमी हो सकती है।
एनीमिया लौह तत्व, विटामिन बी 12, फोलिक एसिड की कमी के कारण होता है। यह खून की कमी पुरुषों के मुकाबले औरतों में अधिक देखने को मिलती है। एनीमिया होने पर शरीर में थकान, कमजोरी, त्वचा में पीलापन, लगातार सिर में दर्द आदि लक्षण दिखाई देते हैं। अगर आप एनीमिया से ग्रस्त हैं तो ऐसे में जब आप आयुर्वैदिक उपचार करें, तो आप इससे आसानी से निजात पा सकते हैं। शरीर में खून की कमी आ जाने पर हमें ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए, जिससे हमारा खून जल्दी ही बढ़ने लगे जैसे कि मूंगफली के दानों को गुड के साथ चबा चबा कर खाना, पालक, सरसों, मेथी, हरा धनिया, पपीता, अमरुद, सेब, नींबू आदि का सेवन करें।

एनीमिया का आयुर्वेदिक उपचार

1. सेब और चुकन्दर का रस

चुकन्दर में फोलिक एसिड की उच्च मात्रा होती है और सेब में लौह तत्व होते हैं। यह दोनों ही खून की कमी को दूर करते हैं। इसके लिए एक कप चुकन्दर के रस और एक कप सेब के रस में दो चम्मच शहद का रस कर नियमित रूप से दिन में दो बार पीने से एनीमिया ठीक हो जाता है।

2. तिल और शहद

एक चम्मच तिल के बीज को दो घंटे तक पानी में भिगोकर रखें, पानी को छानकर बीज का पेस्ट तैयार कर लें। बाद में उसमें एक चम्मच शहद को मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से एनीमिया में राहत मिलती है।

3. पालक का सेवन

पालक में भरपूर मात्रा में लौह तथा विटामिन बी 12 पाया जाता है, इसके साथ ही इसमें फोलिक एसिड की भी उच्च मात्रा मौजूद होती है। पालक का सेवन करने से खून की कमी पूरी हो जाती है, इसके लिए हमें पालक का सूप बनाकर, या पालक का साग बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।

4. अनार का सेवन

अनार में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ आयरन और कैल्शियम की भी उच्च मात्रा होती है। इसका सेवन करने से शरीर में हीमोग्लोबिन तेजी के साथ बढ़ता है। अनार शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को तेजी से बढ़ाकर रक्त संचार को ठीक रखता है। एनीमिया होने पर खाली पेट अनार का सेवन करना चाहिए और साथ में प्रतिदिन अनार का जूस पीना चाहिए।

5. टमाटर का सेवन

शरीर में आयरन की मात्रा लेने के साथ यह भी जरूरी होता है कि आपके शरीर में आयरन को सोखने की क्षमता हो। इसमें टमाटर एक अहम भूमिका को निभाता है। ऐसे में हमें हर रोज दो कच्चे टमाटरों का सेवन आवश्य करना चाहिए। आप टमाटर का रस खाने में और सलाद के रूप में भी कर सकते हैं।

6. खजूर

खजूर आयरन का एक अच्छा स्रोत होता है। सौ ग्राम खजूर में 90 मिलीग्राम आयरन की मात्रा मौजूद होती है। दो खजूर को एक गिलास दूध में रात को छोड़ दें और सुबह खजूर को खाली पेट चबाकर खाएं और बचा हुआ दूध भी पी लें। इससे आपको एनीमिया में बहुत ही राहत मिलती है।

7. किशमिश

एनीमिया का आयुर्वेदिक उपचार किशमिश में भी छिपा है क्योंकि किशमिश में आयरन, प्रोटीन, फाइबर, सोडियम जैसे उच्च तत्व पायें जाते हैं। यह एनीमिया के लिए एक बेहतर उपचार होता है, इसके लिए रात को एक कप पानी में 10 से 15 किशमिश भिगों दें। सुबह इस किशमिश में शहद मिलाकर इसका सेवन करें और बचा हुआ पानी पी लें।

8. शहद

शहद लौह और विटामिन बी 12 का उच्च स्रोत माना जाता है। शहद का नियमित रूप से सेवन करने से एनीमिया की कमी को पूरा किया जा सकता है।

Wednesday, 26 July 2017

( मधुमेह ) का सबसे बढ़िया और सबसे सरल आयुर्वेदिक उपचार ।

( मधुमेह ) का सबसे बढ़िया और सबसे सरल आयुर्वेदिक उपचार ।


मधुमेह या चीनी की बीमारी एक खतरनाक रोग है। रक्त ग्लूकोज (blood sugar level ) स्तर बढा़ हूँआ मिलता है, यह रोग मरीजों के (रक्त मे गंदा कोलेस्ट्रॉल,) के अवयव के बढने के कारण होता है। इन मरीजों में आँखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क, हृदय के क्षतिग्रस्त होने से इनके गंभीर, जटिल, घातक रोग का खतरा बढ़ जाता है।
भोजन पेट में जाकर एक प्रकार के ईंधन में बदलता है जिसे ग्लूकोज कहते हैं। यह एक प्रकार की शर्करा होती है। ग्लूकोज हमारे रक्त धारा में मिलता है और शरीर की लाखों कोशिकाओं में पहुंचता है। pancreas (अग्न्याशय) ग्लूकोज उत्पन्न करता है इनसुलिन भी रक्तधारा में मिलता है और कोशिकाओं तक जाता है।
मधुमेह बीमारी का असली कारण जब तक आप लोग नही समझेगे आपकी मधुमेह कभी भी ठीक नही हो सकती है जब आपके रक्त में वसा (गंदे कोलेस्ट्रोल)LDL की मात्रा बढ जाती है तब रक्त में मोजूद कोलेस्ट्रोल कोशिकाओ के चारों तरफ चिपक जाता है !और खून में मोजूद जो इन्सुलिन है कोशिकाओं तक नही पहुँच पाता है (इंसुलिन की मात्रा तो पर्याप्त होती है किन्तु इससे द्वारो को खोला नहीं जा सकता है, अर्थात पूरे ग्लूकोज को ग्रहण कर सकने के लिए रिसेप्टरों की संख्या कम हो सकती है)
वो इन्सुलिन शरीर के किसी भी काम में नही आता है जिस कारण जब हम शुगर level चैक करते हैं शरीर में हमेशा शुगर का स्तर हमेशा ही बढा हुआ होता है क्यूंकि वो कोशिकाओ तक नहीं पहुंची क्योंकि वहाँ (गंदे कोलेस्ट्रोल)LDL VLDL जमा हुआ है जबकि जब हम बाहर से इन्सुलिन लेते है तब वो इन्सुलिन नया-नया होता है तो वह कोशिकाओं के अन्दर पहुँच जाता है !
तो ऐसी स्थिति मे हम क्या करें ??
राजीव भाई की एक छोटी सी सलाह है कि आप insulin पर ज्यादा निर्भर ना रहें ! क्यूंकि ये insulin डाईब्टीज से भी ज्यादा खराब है side effect इसके बहुत हैं !! तो आप ये आयुर्वेद की दवा का फार्मूला लिखिये !
और जरूर इस्तेमाल करें !!
100 ग्राम (मेथी का दाना )ले ले इसे धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें !
100 ग्राम (तेज पत्ता ) लेलें इसे भी धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें !
150 ग्राम (जामुन की गुठली )लेलें इसे भी धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें !
250 ग्राम (बेलपत्र के पत्ते ) लेलें इसे भी धूप मे सूखा कर पत्थर पर पीस कर इसका पाउडर बना लें !
_________________
तो
मेथी का दना – 100 ग्राम
तेज पत्ता ——- 100 ग्राम
जामुन की गुठली -150 ग्राम
बेलपत्र के पत्ते – 250 ग्राम
तो इन सबका पाउडर बनाकर इन सबको एक दूसरे मे मिला लें ! बस दवा तैयार है !!
इसे सुबह -शाम (खाली पेट ) 1 से डेड चम्मच से खाना खाने से एक घण्टा पहले गरम पानी के साथ लें !!
2 से 3 महीने लगातार इसका सेवन करें !! (सुबह उठे पेट साफ करने के बाद ले लीजिये )
____________________________
अगर आप इसके साथ एक और काम करे तो सोने पे सुहागा हो जाएगा ! और ये दवा का असर बहुत ही जल्दी होगा !! जैसा कि आप जानते है शरीर की सभी बीमारियाँ वात,पित ,और कफ के बिगड़ने से होती हैं !! दुनिया मे सिर्फ दो ही ओषधियाँ है जो इन तीनों के सतर को बराबर रखती है !!

Tuesday, 25 July 2017

चेहरे के दाग धब्बे हटाए

 चेहरे के काले दाग धब्बे, मुहासों के निशान से छुटकारा पाए


चेहरे के दाग धब्बे कैसे हटाए?जाने दाग धब्बे हटाने के घरेलू उपाय | यौवन लाता है मुहासे जो छोड़ जाते है दाग और धब्बे| सावधानी तो पहले से ही रखनी चाहिए की मुहासे ही न हो और अगर हो गए हो तो उन के घरेलु इलाज करना चाहिए| अगर लापरवाही रखी तो मुहासों के कारण दाग धब्बे हो जाते है जिन्हें निकालना मुश्किल है, नामुम्किन नहीं| चेहरे के दाग धब्बे कैसे हटाए उस के लिए घरेलु नुस्खे यहाँ पर आप जानेंगे | 
कई व्यक्तियों में ऐसा देखा जाता है की दाग और धब्बे प्रमाण में बहुत है और काले भी है| ऐसे दाग धब्बे हटाने के उपाय में यह प्रयोग करे:

दाग धब्बे हटाने के उपाय - Chehre Ke Daag Mitane Ke Upay

  • बेकिंग पाउडर, हाइड्रोजन पेरोक्साइड (६%) का पेस्ट बना के दाग धब्बे वाले जगह पर अच्छी तरह से घिसे कम से कम ५ से १० मिनट तक| 
  • हाइड्रोजन पेरोक्साइड न मिलने पर आप सिरका बेकिंग पाउडर के साथ उपयोग कर सकते है| 
  • जटिल दाग और धब्बे का एक दूसरा उपाय है निम्बू का रस, शहद और एक-दो बूँद ग्लिसरीन का मिश्रण| काले दाग और धब्बे पर यह लगा के थोड़ी देर तक घिसते रहिये और आधे घंटे के बाद धो दे| 
  • हल्दी के साथ निम्बू का रस और शहद का भी अच्चा लेप तैयार होता है काले दाग के लिए| हल्दी और निम्बू दोनों चेहरे के काले दाग धब्बे को मिटाने में सफल सामग्री है| 
  • जटिल से जटिल काले दाग के लिए संतरे का चिल्का का उपयोग लाभकारी होता है| ताजे छिलके को कूट दे और शहद मिला के काले दाग पर लगा दे और देखे कैसे यह मिट जाते है|

चेहरे के दाग कैसे हटाए इस के अन्य उपाय - Gharelu Upay Apke Face Ke Liye

चेहरे के दाग कैसे हटाए अगर यह दाग बहुत गहरे और काले नहीं है जैसे की मुहासों के कारण बनी हलके दाग और आँखों के नीचे के दाग| इन साधारण दाग धब्बो को  दूर करने के लिए आप यह प्रयोग करे: 
  • सिर्फ दूध का उपयोग करे तो भी काली चमड़ी दूध में रहित लैक्टिक एसिड से धीरे से सवर जाती है| 
  • दूध के साथ आप हल्दी का उपयोग करे तो और भी शक्तिशाली लेप तैयार होता है| रूखी त्वचा के लिए यह मिश्रण श्रेष्ट है| तेली त्वचा के लिए हल्दी और निम्बू का रस बेहतर रहता है| 
  • एक और असरकारक लेप दाग और धब्बे के लिए बनाए इस तरह: घृत कुमारी (एलोवेरा) का रस ले, हल्दी मिलाये, निम्बू का रस मिलाए, थोड़ासा  बेकिंग सोडा मिलाए और इसे साधारण और जटिल दाग धब्बे हटाने के लिए उपयोग में ले| 
  • हलके से दाग और धब्बे हो तो आप सिर्फ गुलाब की पंखुड़ी को कूट कर दूध में मिला के मल दे तो त्वचा संवर जाएगी|
  • नारियल का तेल में हल्दी और बेकिंग सोडा मिलाये और फिर हिलाए और चेहरे पर लगाने से पहले निम्बू का रस चेहरे के काले दाग वाले जगह पर घिसते रहे| रुखी त्वचा के लिए यह बेहतर है|
  • दही और हल्दी का उबटन बना के नियमित उपयोग करने से त्वचा का रंगत सुधर जाता  है| 
  • बेसन, चावल का आटा भी आप दही में मिला के चेहरे पर घिस सकते है जिस से मृत कोशिका निकल जाएगी और चेहरा निखर उठेगा 

Monday, 24 July 2017

सौन्दर्य के लिए आसान आयुर्वेदिक नुस्खे

  सौन्दर्य के लिए  आसान आयुर्वेदिक नुस्खे




हमें अपनी त्वचा की देखभाल भी प्राकृतिक तरीके (Natual Skin Care) से ही करना चाहिए क्योंकि प्रकृति में ही छिपा है हमारी सुंदरता का राज। बस हमें इसके असर और इस्तेमाल की जानकारी होनी चाहिए। इसमें न तो कोई साइड इफेक्ट का डर है और न ही किसी रिएक्शन का खतरा।
चेहरे और त्वचा का सौन्दर्य, रंगत और कोमलता बढ़ाना चाहते हैं तो हमें प्राकृतिक सौन्दर्य प्रसाधन का इस्तेमाल इसलिए भी करना चाहिए क्योंकि इससे हमारे चेहरे और त्वचा में कुदरती आभा आएगी और यह सुंदरता टिकाऊ भी होगी।
त्वचा को सबसे ज्यादा नुकसान (Harmful Elements for Skin) सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों, धूप, प्रदूषण, तनाव, नींद की कमी, ध्रूमपान और शराब के सेवन से होती है।
बाजार में बिकने वाले महंगे सौंदर्य उत्पाद पर यकीन करने की बजाय अगर हम घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खों (Home based Ayurvedic Remedies) को आजमाएं तो त्वचा में निखार और चमक आने के साथ-साथ त्वचा स्वस्थ भी रहेगी।

 1. हल्दी से हटते हैं मुहांसे 
हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक एंटी-फंगल है। इसके लेप लगाने से त्वचा पर मुहांसे, पिंपल और पिग्मेंटेशन नहीं होते हैं।
2. चंदन से स्किन में आता ग्लो
बाजार में त्वचा की देखभाल के लिए बिकने बनने वाले ज्यादातर कॉस्मेटिक में चंदन का इस्तेमाल होता है। चंदन से त्वचा में निखार आता है। चंदन त्वचा को ठंडक भी पहुंचाता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा पर दाने और मुहांसे नहीं होते हैं।
3. एलोवेरा त्वचा की करती सुरक्षा
एलोवेरा एक नेचुरल एंटी क्लिंजर (Natural Skin Cleanser) है। इससे त्वचा चमकदार बनती है। इसमें पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमटरी गुण से त्वचा की बाहरी परत को सुरक्षा मिलती है। इसके इस्तेमाल से स्किन इंफेक्शन (Skin Infection) होने पर होने वाली जलन भी कम होती है।
4. नीम की पत्ती से त्वचा में आती चमक
त्वचा के लिए नीम की पत्ती काफी कारगर होती है। इससे त्वचा में प्राकृतिक निखार आता है। नीम की पत्ती के पाउडर और पिसी हुई गुलाब की पंखुड़ी को नींबू के रस के साथ मिलाकर लगाने से त्वचा में चमक आती है।
5. एवाकाडो से स्किन को मिलता प्रोटीन
एवाकाडो (Avocado) से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है। यह ड्राय स्किन वालों के लिए काफी कारगर है। एवाकाडो में प्रोटीन होता है, जो त्वचा के लिए काफी फायदेमंद है।
6. नींबू से मिटती हैं झुर्रियां
चेहरे पर नींबू का रस लगाएं। निचोड़े गए नींबू के छिलके भी चेहरे पर कुछ दिन तक मल सकते हैं। इससे चेहरे की झुर्रियां मिटेंगी। मुंह धोते समय गालों को हथेलियों से थपथपाकर सुखाएं, इससे गालों में रक्त का संचार बढ़ता है और झुर्रियां मिट जाती हैं।
7. डार्क स्पॉट मिटाने के लिए टमाटर है कारगर
चेहरों का डार्क स्पॉट (Dark Spots) मिटाने में टमाटर काफी असरदार है। टमाटर के रस में नींबू का रस, हल्दी पाउडर और बेसन मिलाकर लेप बना लें। इस लेप को गालों पर लगाएं। सूखने के बाद पानी से चेहरे को धो लें। रोज एक बार इसे आजमाएं। डार्क स्पॉट खत्म हो जाएँगे।
8. चुकंदर चेहरे को बनाएगी गुलाबी
चुकंदर का सेवन त्वचा में गुलाबी निखार लाता है। चुकंदर में काफी मात्रा में आइरन होता है, जिससे हीमोग्लोबिन मिलता है। इसे पीस कर चेहरे पर भी लगा सकते हैं। रोजाना इसे आजमाने से चेहरे पर गुलाबी निखार आता है।
9. अंकुरित चना और मूंग खाएं
अंकुरित चना और मूंग सुबह-शाम खाएं। इससे चेहरे की झुर्रियां खत्म होंगी। चना और मूंग में विटामिन ई होता है, जो झुर्रियां मिटाने में कारगर होता है। चना और मूंग नियमित खाने से स्किन में ग्लो आता है।
10. गाजर का रस पीएं
गाजर में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है, एक ग्लास गाजर का रस रोज पिएं। इससे त्वचा में निखार आता है, झुर्रियां गायब होती हैं।

खजुर खाने के लाभ जाने

खजुर खाने के  लाभ  जाने 

खजूर शरीर को स्वस्थ रखने और मजबूत बनाता है। खजूर में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। इसमें बहुत ज़्यादा पौष्टिकता होती है। अगर पाचन शक्ति अच्छी हो तो खजूर खाना ज्यादा फायदेमंद है। 100 ग्राम खजूर से रोजाना की इतनी फीसदी ज़रूरत पूरी होती है।
-डायटरी फाइबर
-पोटैशियम
-विटामिन बी6
-मैग्नीशियम
-आयरन
-कैल्शियम
इससे सेहत को फायदे
1- इसमें बहुत अधिक मात्रा में डायटरी फाइबर पाए जाते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। इससे पाचन भी ठीक रहता है।
2- इसमें टैनिन नामक एंटी-ऑक्सीडेंट भी पाया जाता है। इससे संक्रमण दूर करने में मदद मिलती है। यह रक्त के स्राव को भी रोकता है।
3- यह विटामिन ए का बहुत अच्छा स्रोत है। इससे आंखों की रोशनी तेज होती है। इससे त्वचा की समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
4- इसमें बीटा कैरोटिन नामक फ्लेवोनॉइड्स पाए जाते हैं। यह कोलोन, ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और
लंग कैंसर से बचाव करने में भी मददगार होता है।
5- इसमें आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा
सकता है। इसके साथ ही यह कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत होता है। इससे हड्डियां भी
मजबूत होती हैं।
6- सूखा हुआ खजूर आमाशय को बल प्रदान करता है।
7- खजूर दिल को ताकतवर बनाता है। यह शरीर में रक्त वृद्धि करता है।
8- साइटिका रोग से पीड़ित लोगों को इससे विशेष लाभ होता है। खजूर के सेवन से दमे के रोगियों के फेफड़ों से बलगम आसानी से निकल जाती है।
9- लकवा और सीने के दर्द की शिकायत को दूर करने में भी खजूर मददगार साबित होता है।
10- जुकाम से परेशान रहते हैं तो एक गिलास दूध में पांच दाने खजूर डालें। पांच दाने काली मिर्च, एक दाना इलायची और उसे अच्छी तरह उबाल कर उसमें एक चम्मच घी डाल कर रात में पी लें। सर्दी-जुकाम बिल्कुल ठीक हो जाएगा।

Saturday, 22 July 2017

हार्निया का उपचार जाने

हार्निया का उपचार जाने 



हार्निया का उपचार  आमतौर पर हार्निया होने का कारण पेट की दीवार का कमजोर होना है | पेट और जांघों के जोड़ वाले भाग में जहां पेट की दीवार कमजोर पड़ जाती है वहां आंत का एक गुच्छा उसमें छेद बनाकर निकल आता है | आंत का कुछ भाग किसी अन्य भाग से भी जहां पेट की दीवार कमजोर होती है, बाहर निकल सकता है | परंतु ऐसा बहुत कम होता है | आंत का गुच्छा बाहर निकलने से उस स्थान पर दर्द होने लगता है | इसी को हार्निया अथवा आंत्रवृद्धि कहते हैं |

हार्निया का कारण Causes of Hernia

अत्यधिक श्रम, अपनी शक्ति से अधिक भारी वस्तु उठाना, निरंतर खांसते रहना अथवा शौच के समय मल त्यागने के लिए जोर लगाने से भी हर्निया हो जाता है | अधिक मोटे व्यक्ति को पेट पर अधिक जोर डालने से भी हार्निया होने की संभावना रहती है | ऑपरेशन होने के बाद भी हार्निया होने की संभावना रहती है | गर्भावस्था में पेट पर जोर पड़ने से भी हार्निया हो सकता है | परंतु यह रोग सामान्यतया पुरुषों को अधिक होता है |

हार्निया के लक्षण Symptoms of Hernia

हार्निया की प्रारंभिक स्थिति में पेट की दीवार में कुछ उभार सा पैदा हो जाता है | इस आगे बढ़ी हुई आंत को धीरे से पीछे भी धकेला जा सकता है | परंतु इसे अधिक जोर लगाकर पीछे धकेलने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए |

हार्निया का घरेलू उपचार Hernia Ka ilaj in Hindi

1. यदि आगे बढ़ी आंत को आराम से पीछे धकेलकर अपने स्थान पर पहुंचा दिया जाए तो उसे उसी स्थिति में रखने के लिए कसकर बांध दिया जाता है | यह विधि कारगर न हो सके तो ऑपरेशन करना पड़ता है |
2. हार्निया के रोगी के लिए आवश्यक है कि वह कब्ज न होने दे वर्ना मल त्यागते समय उसे जोर लगाने की आवश्यकता पड़ेगी |
3. अपच होना भी हार्निया के रोगी के लिए हानिकारक है |
4. पेट यदि बहुत बढ़ा हुआ हो तो उसे भी घटाने का प्रयत्न करना चाहिए |
5. अरंडी के तेल को एक कप दूध में डालकर पीने से हर्निया ठीक हो जाता है | इसका प्रयोग एक मास तक करें |
6. टमाटर का रस, थोड़ा नमक और कालीमिर्च मिलाकर प्रात:काल पीने से जहां अन्य अनेक लाभ होते हैं वहीं हर्निया ठीक होने में भी सहायता मिलती है |
7. कॉफी के प्रयोग से भी बढ़ी हुई आंत का फोड़ा ठीक हो जाता है |

Friday, 21 July 2017

आँखों के काले घेरों से छुटकारा पाएँ

  आँखों के काले घेरों से छुटकारा पाएँ


आँखों के नीचे काले घेरे महिलाओं और पुरुषों दोनों में आम शिकायत है, हालाँकि कभी-कभी ये बच्चों में भी दिखाई पड़ते हैं। जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा पतली होती है और कोलेजन की क्षति होती है, जिससे कभी-कभी आँखों के नीचे की रक्तवाहिनियाँ दिखाई देने लगती हैं जिस के कारन त्वचा गहरी दिखाई पड़ने लगती है।

काले घेरे होने का कारन किया है?

यह अनुवांशिकता, जीन, थकावट और शरीर में जल की कम मात्रा का मिला-जुला रूप है, लेकिन लम्बे समय तक बने रहने वाले काले घेरों को उत्पन्न करने का सबसे बड़ा कारण है भारतीय जनता की जातीय प्रकृति के कारण त्वचा में होने वाला पिगमेंट का अधिक जमाव। धूप की चपेट काले घेरों की संभावना को बढ़ाती है। 

इसके साथ ही, काले घेरों का सम्बन्ध फैली हुई रक्तवाहिनियों और बढ़ती हुई उम्र से होता है – जिसके कारण त्वचा पतली होती है और क्षेत्र को गहरा कर सकती है। दुर्भाग्यवश, इन्हें पूरी तरह मिटा पाना संभव नहीं है। हालाँकि आप इनके प्रभावों को कम कर सकते हैं और उनके उत्पन्न होने के कारणों को जानकर तथा उचित उपाय ढूँढकर काले गहरे घेरों से छुटकारा पा सकते हैं।

काले घेरों का इलाज कैसे करें?

  • बचाव:एसपीएफ़ 30 के सनस्क्रीन का प्रतिदिन उपयोग करें। नीचे आधार पर मॉइस्चराइजर और उसके ऊपर कंसीलर लगाकर भी सुरक्षा परत का कार्य लिया जा सकता है।
  • आहार सम्बन्धी परिवर्तन:यदि आपको काले घेरों के साथ फूली हुई आँखें भी रहती हैं तो नमक का कम सेवन, सूजन को कम करने में मदद करता है।
  • आँखों को मसलें नहीं, क्योंकि मसलना धब्बों का रंग गहरा करता है।
  • आँखों को चमकाने वाले तत्व का प्रयोग हर रात्रि करने से आँखों के आस-पास की रेखाएँ कम होती हैं और काले धब्बों से धीरे-धीरे छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
  • केमोमिल टी, पीने के बाद, इसके बैग को ना फेकें। इन्हें ठन्डे होने के लिए फ्रीज में रख दें और सप्ताह में तीन बार 10-10 मिनट के लिए अपनी आँखों पर रखें, जिससे आपको काले घेरों से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
  • आलू में प्राकृतिक रूप से स्वच्छ करने के गुण होते हैं जो काले घेरों को हल्का करने में मदद करते हैं। ये आँखों के आस-पास के फूलेपन से छुटकारा पाने में भी मदद करते हैं।
  • यदि बाकी सब उपचार असफल हो जाते हैं तो त्वचा रोग विशेषज्ञ की सलाह ली जानी चाहिए और आँखों के निचले हिस्से के लिए उनके क्लिनिक में उपलब्ध उपचार किया जाना चाहिए

Thursday, 20 July 2017

शतावरी के चमत्कारी फायदे जाने

शतावरी के चमत्कारी फायदे जाने 


शतावरी का उल्लेख आयुर्वेद में किया जाता है, क्योंकि यह एक औषधीय पौधा है। इसका उपयोग कई रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। आज हम शतावरी के फायदे के बारे में आपको बताएंगे, लेकिन उससे पहले इसके गुणों के बारे में जानना भी आपके लिए अति आवश्यक हैं। शतावरी में ऐसे कई तरह के गुण होते हैं, जो हमारी हर बीमारी को ठीक कर सकते हैं। शतावरी एक झाड़ीनुमा पौधा होता है। इसके फूल मंजरियों में एक से दो इंच लंबे एक या गुच्छे में लगते हैं। इसकी लता खूबसूरत होने के कारण लोग इसे अपने घरों के गमले में लगाना पसंद करते हैं।
आयुर्वेद के आचार्य के अनुसार शतावरी पुराने से पुराने रोगी के शरीर में रोग के खिलाफ लड़ने की क्षमता प्रदान करती है। आयुर्वेद में शतावरी की पत्तियों और जड़ों को शुक्रजनन, शीतल, मधुर और द्रिव्य रसायन माना जाता है। महर्षि चकर ने भी शतावर को बल्य और वय: स्थापक माना है। शोध में भी शतावरी की जड़ को ह्रदय रोगों के लिए प्रभावी मान चुके हैं।
शतावरी गुणों में भारी होने के साथ-साथ स्वाद में कड़वी व मधुर, रसायन गुणों में भरपूर वायु और पित्त नाशक, पुरुषों में शक्ति, स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ाने वाली, नेत्र ज्योति, स्मृति, पाचन, बुद्दि बढ़ाने वाली, स्नायु रोग नाशक, गुर्दे की बीमारी आदि में लाभकारी होती है। आइये जानते है शतावरी के फायदे के बारे में।

शतावरी के फायदे

1. नींद न आने की समस्या

पूरी नींद लेना सेहत के लिए आवश्यक है। ऐसे में यदि आपको नींद को लेकर किसी तरह की परेशानी हैं तो शतावरी की जड़ को खीर के रूप में पका लें और इसमे थोड़ा गाय का घी डालें। इससे आप तनाव से मुक्त हो जायेगें और आपको अच्छी नींद भी आयेगी।

2. अतिरिक्त वजन कम करें

महिलाओं में मासिक के दौरान पानी की मात्रा अधिक लेने के कारण वजन अधिक बढने लगता है। ऐसे में यदि महिलाएं शतावरी का सेवन करती है तो वो अपने वजन को कम कर सकती है।

3. माइग्रेन

शतावरी की ताज़ी जड़ को लें और उसे मोटा मोटा कूट लें। अब इसका रस निकाल लें शतावरी का रस और बराबर मात्रा में तिल का रस लें और इसे पकाएं। इस मिश्रण का इस्तेमाल करने से माइग्रेन जैसे सिर दर्द में लाभ मिलता है।

4. ब्रेस्ट मिल्क बढाएं

प्रसूता माता को यदि दूध न आ रहा हो या फिर उसे दूध कम आ रहा हो, तब शतावरी की जड़ों का चूर्ण उसे दिन में कम से कम चार बार लेते रहना चाहिए।

5. मधुमेह

शतावरी के फायदे में एक फायदा यह है कि शतावरी मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद होती हैं। मधुमेह के रोगियों को शतावरी की जड़ों के चूर्ण का सेवन शक्कर युक्त दूध के साथ करना चाहिए।

6. शक्ति वर्धक

शतावरी हमारे शरीर को शक्ति प्रदान करता है। इसके लिए शतावरी के पत्तों का रस दो चम्मच दूध में मिलाकर पीना चाहिए।

7. पेशाब में खून

अगर आपके पेशाब में खून आता है तो आपको शतावरी का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। इससे आपके पेशाब में खून आने की समस्या ठीक हो जाएगी।

8. प्रदर रोग

नियमित रूप से तीन दिन तक शतावरी का चूर्ण लगभग पांच से दस ग्राम की मात्रा में शुद्द घी में डालकर चाटने से प्रदर रोग से मुक्ति मिल जाएगी।

9. बुखार और जलन

शतावरी ठंडी होने के कारण बुखार, जलन और पेट के अल्सर को दूर करने में सहायक होती है।

10. बीमारियों का नाश करे

यह ऐसी जडी बुटी है जो टाइफाइड, हैजा, बुखार ईकोलाई से लडती है। यह बैक्टीरिया शरीर में डायरिया और मतली पैदा करते हैं।

11. सुन्दरता निखारे

शतावरी में विटामिन ए मौजूद होता है जो हमारी त्वचा को सुंदर बनता है। इसका नियमित रूप से इस्तेमाल करने से चेहरे की झुर्रियां साफ हो जाती है।

12. घाव भरे

शतावरी की पत्तियों की कलख बनाकर घाव वाले स्थान पर लगायें। इससे घाव जल्दी भरकर ठीक हो जाता है।

Wednesday, 19 July 2017

लौंग खाने के फायदे जाने

लौंग खाने के  फायदे जाने 


लौंग का प्रयोग सदियों से आयुर्वेदिक औषधियों के तौर पर किया जाता रहा है। लौंग कई तरह की गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्‍म कर सकता है। लौंग एक प्रकार का मसाला है। इस मसाले का उपयोग भारतीय पकवानो मे बहुतायत रूप में किया जाता है। अगर प्रतिदिन लौंग का अलग-अलग तरीके से सेवन किया जाए तो इससे आपको कई तरह की बीमारियों में लाभ मिलेगा। आज हम आपको लौंग खाने से दूर होने वाली उन 10 बीमारियों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे शायद आप अंजान होंगे।

लौंग खाने के ये हैं आश्‍चर्यजनक फायदे


1. लौंग को मुंह में रख कर उसका रस चूसने से खांसी ख़त्म होती है। जब तक मुंह में लोंग रहती है तब तक खांसी बंद ही रहती है।
2. लौंग को मुंह में रख कर चूसने से मुंह और श्वास की बदबू दूर हो जाती है।
3. लौंग के तेल की कुछ बुंदे किसी स्वच्छ कपडे के टुकड़े पर टपकाकर, उस कपडे को बार-बार सूंघने से प्रतिषय (जुकाम) की समस्या ठीक हो जाता है साथ ही नाक भी बंद नहीं होती है, और नाक अगर बंद हो तो खुल जाती है।
4. लौंग को पानी के साथ पीसकर 100 ग्राम पानी में मिलाकर, छानकर मिश्री मिलाकर पिने से ह्रदय की जलन विकृति दूर होती है। पेट में जलन होना बंद हो जाती है।
5. वात विकार व जोड़ों के दर्द में लौंग का तेल मलने से पीड़ा ख़त्म होती है।
6. लौंग को पानी के साथ पीसकर हलके गर्म पानी में मिलाकर पिने से जी मचलना बंद हो जाता है और ज्यादा प्यास लगना भी बंद हो जाती है।
7. लौंग के तेल की एक दो बुंदे बताशे पर डालकर खाने से हैजे की विकृति दूर हो जाती है।
8. लौंग को बकरी के दूध में घीसकर, नेत्रों में काजल की तरह लगाने से रतोंधी रोग ठीक हो जाता है।
9. लौंग और चिरायता दोनों बराबर मात्रा में पानी के साथ पीसकर पिलाने से बुखार ख़त्म हो जाता है।
10. एक रत्ती लौंग को पीसकर, मिश्री की चाशनी में मिलाकर चाटकर खिलाने से गर्भवती महिलाओं की उल्टियां बंद हो जाती है।

Tuesday, 18 July 2017

स्वस्थ रहने के चमत्कारिक फायदे

स्वस्थ रहने के चमत्कारिक  फायदे 


हम सभी लोगो ने यह कहावत तो जरूर ही सुनी होगी यानि की स्वस्थ शरीर ही मनुष्य का सबसे बड़ा खजाना होता है । एक सुखी स्वस्थ जीवन के लिए तन और मन दोनों का स्वस्थ होना जरुरी है । अगर हम शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ रहेगे , तभी हम अपने आप को सार्वजनिक एवं निजी जीवन में सफल देख पाएंगे । इसके विपरीत एक अस्वथ इन्सान हमेशा तनाव ग्रस्त हताश और परेशान दिखता है । इसीलिए अगर हमे अपने जीवन का पूरा आनंद उठाना है , तो हमे अपनी सेहत का ख्याल रखना अत्यंत ही आवश्यक है ।
जिस तरह से अच्छा घर,पैसा ,गाड़ी हमारे लिए जरुरी हैं, उसी तरह से एक Healthy Life Style को maintain करना भी बहुत ही जरुरी हैं, क्यूंकि हम स्वस्थ्य रहेंगे तभी इन चीजो का सही ढंग से उपयोग कर पाएंगे । आइये कुछ Basic के बारे में जाने 

Basic and Important Healthy Life Style Tips In Hindi

रोजमर्रा के आदतों में थोड़ा बहुत सुधार करके एक स्वस्थ जीवन की परिकल्पना कर सकते है । दिनचर्या से जुडी स्वास्थ्य और सुखी जीवन के लिएऔर उपयोगी मंत्र
पानी पीने के तरीके और नियम
☛ धरती पर पानी अमृत के समान है । पानी हमारे body को detoxify करने में काफी मदद करता है । इसलिए कोशिस करे की आप पानी प्रचूर मात्रा में पिए । पानी की मात्रा अवस्था के अनुसार ज्यादा कम हो सकती है । लेकिन चिकित्सको के अनुसार एक स्वस्थ इंसान को 10-15 ग्लास पानी पीना अनिवार्य है ।
☛ खड़े -खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की बीमारी (pain in knees) होती है इसलिए खाना पीना बैठ कर करना चाहिए।
☛ ज्यादा ठंडा पानी न पिए इससे आपके ह्रदय और पाचन शक्ति पर बुरा असर पड़ता है । इसलिए अगर सम्भव हो तो हल्का गर्म पानी पिए अन्यथा सामान्य पानी का ही उपयोग करे ।
☛ सुबह उठते ही कम से कम दो ग्लास सामान्य पानी पिए । रात में तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी सुबह के समय में पीना बहुत ही उपयोगी है ।
☛ खाना खाने से आधा घंटा पहले पानी पीएं और भोजन के एक घंटा बाद पानी का सेवन करें। सोने से पूर्व भी एक गिलास पानी पीना चाहिए।
☛ पानी कभी भी अधिक मात्रा में एक साथ न पीएं। बेहतर होगा घूंट-घूंट कर पानी पीएं
☛ भोजन के बीच में पानी पीने से पाचन तंत्र में गड़बड़ हो सकती है।
नींद की मात्रा व गुणवत्ता । Early to Bed and Early to Rise
☛ early to bed and early to rise यानि की उचित समय से सोना और जगना । यानि की सूर्योदय से पहले उठना और रात्रि में खाने के 1.30 – 2 घंटे बाद ही सोना चाहिए ।
☛ नींद की मात्रा व गुणवत्ता पर ध्यान देना जरुरी है रात्रि में सोने का अधिकतम समय सीमा 10-11 और सुबह 4-5 के बीच होनी चाहिए । इस तरीके आप 6-7 घंटे की नींद आराम से maintain कर सकते है । 6-7 घंटे की नींद का अंतराल होना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरुरी हैं ।
☛ कभी भी बेड से सीधे न उठें। पहले साइड में करवट लें, फिर बैठें और उसके बाद उठें।
☛ पेट के बल सोने से बचना चाहिए,पीठ के बल सोएं अथवा बाये या दायें करवट सोये
☛ गद्दा सख्त होना चाहिए । तकिया बहुत सॉफ्ट या हार्ड नहीं होना चाहिए।
☛ रात्री में सोने से पूर्व दाँतों की सफाई, नैत्रों की सफाई एवं पैरों को शीतल जल से धोकर सोना चाहिए
☛ रात्री में शयन से पूर्व अपने किये गये कार्यों की समीक्षा कर अगले दिन की कार्य योजना बनानी चाहिए। तत्पश्चात् गहरी एवं लम्बी सहज श्वास लेकर शरीर को एवं मन को शिथिल करना चाहिए। शान्त मन से अपने दैनिक क्रियाकलाप, तनाव, चिन्ता, विचार सब परात्म चेतना को सौंपकर निश्चिंत भाव से निद्रा की गोद में जाना चाहिए।
स्वास्थ्यप्रद भोजन | Healthy Diet Plan in Hindi
☛ भोजन सादा करो एवं उसे प्रसाद रूप में ग्रहण करो, शांत, प्रसन्न और निश्चिन्तता पूर्वक करो और उसे अच्छी तरह चबाचबा कर खाओ। खाते समय न बात करो और न हंसो। एकाग्र चित्त होकर भोजन करना चाहिए।
☛ खाना हमेशा संतुलित मात्रा में खाएं अर्थात भूख से कम ही खाएं।
☛ भोजन के तुरन्त बाद दौड़ना, तैरना, नहाना, मैथुन करना स्वास्थ्य के बहुत हानिकारक है।
☛ स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करे, जंक और फ़ास्ट फूड जैसे चीजो कम खाये । वैसे कोशिस तो यही होनी चाहिए की न ही खाये
☛ प्रोस्सेड फूड की जगह ताजे फल-सब्जियों को तवज्जो दे ।
☛ सम्भव हो तो एक दिन व्रत यानि की उपवास अवश्य रखे जिससे आपका liver detoxify होकर recover हो सके
☛ दिन भर energetic रहने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत जरुरी होता हैं, इसे कभी miss न करे । नाश्ते के रूप में अंकुरित अनाज ,पोहा, उपमा, वीट फ्लेक्स आदि में से लें सकते हैं, साथ ही 1 गिलास दूध अथवा फ्रूट जूस को अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करे ।
☛ लंच में चावल, दाल, सलाद, दही व सब्जियां को शामिल करें
☛ देर रात डिनर में गरिष्ट खाना खाने से बचे और सोने से 1.5-2 घंटे पहले डिनर ले ले ।
सक्रिय रहे | Be Active
☛ अपने दिनचर्या में कुछ समय व्यायाम,योग,प्रणायाम तथा ध्यान के लिए अवश्य रखे । इसके लिए आप तैराकी, जॉगिंग, साइकिलिंग, स्किप्पिनंग (रस्सी कूदना) जैसे आसान अभ्याश कर सकते है
ब्रह्मचर्य जीवन का पालन
☛ विवाह से पूर्व ब्रह्मचर्य जीवन निर्वहन करे । नहीं तो पुरुषो और स्त्रियो में सेक्स संभन्धी समस्या का सामना करना पड़ सकता है जिसमे गर्भधारण और शुक्राणु की समस्या आम है ।

Important Health tips 

☛ सिगरेट,शराब घुटका जैसे नशीली और संवेदलशील पदार्थो का सेवन बिल्कुल भी न करे ।
☛ Improve immunity power, बेहतर रोग प्रतिरोधी क्षमता बीमारियों की संभनावो को कम करती है
☛ weight को control में रखना जरुरी है ध्यान रखे की हमारा शरीर न तो overweight हो और न ही underweight
☛ समय समय पर स्वास्थ्य संबंधी जरुरी जाँच करवाते रहना चाहिए जिससे की किसी खतरनाक बिमारी से बचा जा सके
☛ स्वयं को विश्राम के लिए पर्याप्त समय दें
☛ अनावश्यक बालों को साफ करते रहें । बालों को हमेशा सँवार कर रखें। अपने बालों में तेल का नियमित उपयोग करें। बाल छोटे और साफ रखें,
☛ जरुरी दिनचर्या जैसे शौच, ब्रश, स्नान जैसी जरुरी आदतों को करना न भूले और एक निश्चित समय अंतराल पर करे ।
☛ मल-मू.त्र के वेग को कभी नहीं रोकना चाहिए अन्यथा पेट अथवा मूत्र रोग हो सकता है।
☛ किसी भी प्रकार का stress बिलकुल भी न ले स्वयं खुश रहे और दूसरो को भी खुश रखने की कोशिस करे । क्योंकि एक कहावत के अनुसार चिन्ता चिता के समान होती है ।
☛ अंग्रेजी दवाओ की जगह हमारे द्वारा सुझाये गए विभिन्न रोगों के आयुर्वेदिक और घरेलु नुस्खों का इस्तेमाल करे क्योंकि अंग्रेजी दवाओ के काफी side effects देखनो को मिलते है ।
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