Saturday, 17 April 2021

Hairgrowth

 

बालों की रूसी दूर करने के लिए

१. नारियल के तेल में निम्बू का रस पकाकर रोजाना सर की मालिश करें...

२. पानी में भीगी मूंग को पीसकर नहाते समय शेम्पू की जगह प्रयोग करें....

३. मूंग पावडर में दही मिक्स करके सर पर एक घंटा लगाकर धो दें.

४ रीठा पानी में मसलकर उससे सर धोएं.

५. मछली, मीट अर्थात nonveg त्यागकर केवल पूर्ण शाकाहारी भोजन का प्रयोग भी आपकी सर की रूसी दूर करने में सहायक होगा.

आयुर्वेद के स्वास्थ्य लाभ....

 

आयुर्वेद के स्वास्थ्य लाभ....
 

1. स्वस्थ वजन, त्वचा और बाल का रखरखाव

एक स्वस्थ आहार और आयुर्वेदिक इलाजों के माध्यम से जीवनशैली में संशोधन करके शरीर से अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। आयुर्वेद खान-पान में सुधार लाकर एक स्वस्थ वजन को मेन्टेन करने में मदद करता है। ऑर्गेनिक और प्राकृतिक तरीकों से आप स्वस्थ त्वचा पा सकते है।  सिर्फ यही नही, संतुलित भोजन, टोनिंग व्यायाम और आयुर्वेदिक पूरक / सप्लीमेंट के मदद से न केवल आपका शरीर स्वस्थ रहेगा बल्कि मन भी प्रसन्न रहेग।

2. आयुर्वेदिक इलाज आपको तनाव से बचने में मदद करता हैं।

योग, मेडिटेशन, ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसाज और हर्बल उपचारों का नियमित अभ्यास शरीर को शांत, डिटॉक्सिफाई और कायाकल्प करने में मदद करता है। ब्रीदिंग एक्सरसाइज शरीर पर सक्रमण को बनाए रखते हैं और कोशिकाओं में अधिक मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। अवसाद और चिंता को दूर रखने के लिए आयुर्वेद में शिरोधारा, अभ्यंगम, शिरोभ्यंगम, और पद्यभंगम जैसे व्यायामों की सलाह दिया जाता है।

3. जलन और सूजन में मदद करें:

उचित आहार की कमी, अस्वास्थ्यकर भोजन दिनचर्या, अपर्याप्त नींद, अनियमित नींद पैटर्न और खराब पाचन से सूजन हो सकती है। न्यूरोलॉजिकल रोगों, कैंसर, मधुमेह, हृदय संबंधी समस्याओं, फुफ्फुसीय रोगों, गठिया, और कई अन्य रोगों का मूल कारण सूजन से शुरू होता है। जैसे-जैसे आप अपने दोष के अनुसार खाना शुरू करते हैं, पाचन तंत्र मजबूत होने लगता है। सही समय पर कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन रक्त और पाचन तंत्र में विषाक्त पदार्थों को कम करता है। जिससे जीवन शक्ति और उच्च ऊर्जा प्राप्त होता है और साथ ही साथ मूड स्विंग्स और सुस्ती को कम करने में मदद करता है।

4. शरीर का शुद्धिकरण:

आयुर्वेद में पंचकर्म में एनीमा, तेल मालिश, रक्त देना, शुद्धिकरण और अन्य मौखिक प्रशासन के माध्यम से शारीरिक विषाक्त पदार्थों को समाप्त करने का अभ्यास है। आयुर्वेदिक हर्बल दवाओं में बड़े पैमाने पर उपयोग किए जाने वाले उपयुक्त घरेलू उपचार जीरा, इलायची, सौंफ और अदरक हैं जो शरीर में अपच को ठीक करते है। 

5. कैंसर, निम्न रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल सहित बाकि क्रिटिकल बीमारियों से बचाव:

आयुर्वेदिक उपचार कैंसर की रोकथाम के लिए भी बहुत जाने जाते हैं। शोधकर्ताओं का सुझाव है कि आयुर्वेदिक आहार और विश्राम तकनीक पट्टिका बिल्डअप को कम करने में मदद करते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा जड़ी बूटियों विटामिन, खनिज और प्रोटीन की एक भीड़ प्रदान करती है। ये एक उचित खुराक में एक साथ मिश्रित होते हैं और प्रतिरक्षा संबंधी विकारों को रोकने और मुकाबला करने के लिए एक इष्टतम समय पर प्रशासित होते हैं।

चिकित्सा की इस प्राचीन कला, आयुर्वेद ने पुरातन चिकित्सा शास्त्र के अन्य रूपों जैसे तिब्बती चिकित्सा और पारंपरिक चीनी चिकित्सा को आगे बढ़ने में मदद की है। यह चिकित्सा के सबसे पुराने और प्रचलित रूपों में से एक है। इसका उपयोग यूनानियों द्वारा भी किया जाता था। माना जाता है कि हम जो भोजन करते हैं, वह हमारे सामग्रीक भलाई  पर प्रभाव डालता है, और हमें अभ्यस्त या दुर्बल बना सकता है। हम जो खाते हैं वह निर्धारित करता है के हम ऊर्जावान होंगे या सुस्त होंग।

Thursday, 21 December 2017

गठिया दर्द को कम करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां


गठिया दर्द ठिक करने आयुर्वेदिक उपाए 



अर्थराइटिस और गठिया आजकल सबसे आम स्वस्थ समस्याओं में से एक है। गठिया की दर्द बहुत तेज होती है, जो व्यक्ति को चलने–फिरने और घुटनों को मोड़ने में परेशान करती है। इसमें घुटनों में दर्द के साथ–साथ सूजन भी आ जाती है। आजकल ठंड के मौसम में गठिया के मरीज़ों को सबसे अधिक परेशानी होती है, इसलिए उन्हें ठंड से बचने का प्रयास करना चाहिए। इस दर्द और सूजन से राहत दिलाने में आहार और आयुर्वेदिक जड़ बूटियां आपको सबसे ज्यादा फायदा देते हैं।
इस बीमारी में डॉक्टर भी मरीजों को खाने पर ध्यान देने की सलाह देते हैं। गठिया से बचने के लिए आपके आहार में ग्लूकोसामिन और कांड्रायटिन सल्फेवट होना जरुरी है जो हड्डियों और कार्टिलेज के लिए बहुत अच्छें और उपयोगी होते हैं। आइए आज हम पढ़ते है कि कैसे गठिया में आपके कुछ घरेलू नुस्खे इसका सबसे सुरक्षित उपचार होते हैं।

गठिया दर्द को कम करने के लिए  आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां

1. गठिया का अचूक इलाज है अदरक

अदरक ऑस्टियो आर्थराइटिस और रुमेटॉयड आर्थराइटिस या गठिया में सूजन को कम करने में उपयोगी होता है। अदरक गठिया का अचूक इलाज है। अदरक का नियमित उपयोग शरीर में सूजन और गठिया रोग की शुरुआत को होने से रोकता है। अदरक खाने से शरीर के एंटीऑक्सीडेंट रक्षा तंत्र में वृद्धि होती है। गठिया में ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण ऊतक और जोड़ों की क्षति की रोकथाम में अदरक मदद करता है। अदरक में सूजन और न्यूरोलॉजिकल संकेतों के कारण दर्द कम करने की क्षमता होती है।

2. शल्लकी

शल्लकी एक बहुत लोकप्रिय प्राकृतिक सूजन विरोधी जड़ी बूटी है, जो पूरे विश्व में आयुर्वेद के चिकित्सकों द्वारा उपयोग की जाती है। शल्लकी को दर्द और सूजन को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह किसी भी नुकसान को बिना हड्डियों के स्पॉन्डिलाइटिस और अन्य गठिया के दर्द से मुक्ति दिलाती है।
गठिया का दर्द दूर करते हैं ये जूस

3. गठिया दर्द में उपयोगी है निर्गुंडी

निर्गुंडी एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है शरीर को बीमारियों से बचाना। यह शक्तिशाली जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग विभिन्न बीमारियों में किया जाता है। यह एक सुगन्धित वृक्ष से प्राप्त किया जाता है जिसे विटेक्स नेगुंडो कहा जाता है। इसमें फ्लेवोनॉयड, कॉस्टटीन और विटेक्सिन भी होते है जो एंटी-हिस्टामाइन गुणों और मस्तिष्क कार्यों की ठीक करने के लिए जाना जाता है। यह एक एनाल्जेसिक के रूप में कार्य करके अच्छ नींद दिलाने, सिरदर्द, सूजन, जलन और गठिया दर्द में उपयोगी होती है।

4. गठिया का आयुर्वेदिक इलाज है नीलगिरी

नीलगिरी तेल का अर्क जोड़ों में गठिया के दर्द और सूजन को ठीक करने में मदद करता है। नीलगिरी के पत्तों में टैनिन होता है जो जोड़ों में सूजन और दर्द को कम करता है। नीलगिरी गठिया का आयुर्वेदिक इलाज है। नीलगिरी के रस को निचोड़ कर प्रभावित जोड़ों पर लगाया जाता है जो बाद में हीटिंग पैड द्वारा हल्का गर्म कर दर्द में आराम देता है।

5. गठिया से ग्रस्त लोगों के लिए फायदेमंद अजवाइन

अजवाइन के बीजों में स्वास्थ के लिए कई पोषक तत्व होते हैं, जिनमें इनके सूजन विरोधी गुण के कारण यह गठिया से ग्रस्त लोगों के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, इसमें पेट की दर्द और सूजन को कम करने के गुण भी होते हैं। अजवाइन के बीजों में एंटीबायोटिक यौगिक होते हैं, जो सूजन और इससे संबंधित अन्य लक्षणों जैसे लाली, से निपटने में सहायता करते हैं।

6. गठिया की दवा है दशमूल

दशमूल उपयोगी पौधों की दस जड़ों को दिया गया नाम है। आयुर्वेद में इन दस जड़ों के मिश्रण को जोड़ों, मस्तिष्क, मांसपेशियों, हड्डियों और गठिया से संबंधित कई स्वास्थ्य स्थितियों के लिए उपयोग किया जाता है और एक दवा के रूप में काम करता है। इनमें शक्तिशाली सूजन-विरोधी, एंटीऑक्सीडेंट, एनाल्जेसिक और गठिया विरोधी गुण होते है जो विभिन्न आर्थराइटिस और गठिया दर्द में उपयोगी होते हैं।

Wednesday, 20 September 2017

चमकती त्वचा के लिए आसान आयुर्वेदिक नुस्खे

चमकती त्वचा के लिए  आसान आयुर्वेदिक नुस्खे (Top  Ayurvedic Tips For Glowing Skin)


हमें अपनी त्वचा की देखभाल भी प्राकृतिक तरीके (Natual Skin Care)
 से ही करना चाहिए क्योंकि प्रकृति में ही छिपा है हमारी सुंदरता का राज।
 बस हमें इसके असर और इस्तेमाल की जानकारी होनी चाहिए।
इसमें न तो कोई साइड इफेक्ट का डर है और न ही किसी रिएक्शन का खतरा।
चेहरे और त्वचा का सौन्दर्य, रंगत और कोमलता बढ़ाना चाहते हैं
तो हमें प्राकृतिक सौन्दर्य प्रसाधन का इस्तेमाल इसलिए भी करना चाहिए
 क्योंकि इससे हमारे चेहरे और त्वचा में कुदरती आभा आएगी और
यह सुंदरता टिकाऊ भी होगी।
त्वचा को सबसे ज्यादा नुकसान (Harmful Elements for Skin)
 सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों, धूप, प्रदूषण, तनाव, नींद की कमी,
ध्रूमपान और शराब के सेवन से होती है।
बाजार में बिकने वाले महंगे सौंदर्य उत्पाद पर यकीन
 करने की बजाय अगर हम घरेलू और
आयुर्वेदिक नुस्खों (Home based Ayurvedic Remedies)
 को आजमाएं तो त्वचा में निखार और चमक आने के
 साथ-साथ त्वचा स्वस्थ भी रहेगी।
ग्लोइंग स्किन  आयुर्वेदिक नुस्खे (Ayurvedic Tips for Glowing Skin)
1. हल्दी से हटते हैं मुहांसे 
हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक एंटी-फंगल है।
 इसके लेप लगाने से त्वचा पर मुहांसे,
पिंपल और पिग्मेंटेशन नहीं होते हैं।
2. चंदन से स्किन में आता ग्लो
बाजार में त्वचा की देखभाल के लिए बिकने बनने वाले
ज्यादातर कॉस्मेटिक में चंदन का इस्तेमाल होता है।
 चंदन से त्वचा में निखार आता है।
चंदन त्वचा को ठंडक भी पहुंचाता है।
 इसके इस्तेमाल से त्वचा पर दाने और मुहांसे नहीं होते हैं।
3. एलोवेरा त्वचा की करती सुरक्षा
एलोवेरा एक नेचुरल एंटी क्लिंजर (Natural Skin Cleanser) है।
 इससे त्वचा चमकदार बनती है। इसमें पाए जाने वाले
एंटी इंफ्लेमटरी गुण से त्वचा की बाहरी परत को सुरक्षा मिलती है।
 इसके इस्तेमाल से स्किन इंफेक्शन (Skin Infection)
होने पर होने वाली जलन भी कम होती है।
4. नीम की पत्ती से त्वचा में आती चमक
त्वचा के लिए नीम की पत्ती काफी कारगर होती है।
 इससे त्वचा में प्राकृतिक निखार आता है।
नीम की पत्ती के पाउडर और पिसी हुई
गुलाब की पंखुड़ी को नींबू के रस के साथ
मिलाकर लगाने से त्वचा में चमक आती है।
5. एवाकाडो से स्किन को मिलता प्रोटीन
एवाकाडो (Avocado) से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है।
 यह ड्राय स्किन वालों के लिए काफी कारगर है।
एवाकाडो में प्रोटीन होता है, जो त्वचा के लिए काफी फायदेमंद है।
6. नींबू से मिटती हैं झुर्रियां
चेहरे पर नींबू का रस लगाएं। निचोड़े गए नींबू के छिलके भी चेहरे
 पर कुछ दिन तक मल सकते हैं। इससे चेहरे की झुर्रियां मिटेंगी।
धोते समय गालों को हथेलियों से थपथपाकर सुखाएं,
 इससे गालों में रक्त का संचार बढ़ता है और झुर्रियां मिट जाती हैं।
7. डार्क स्पॉट मिटाने के लिए टमाटर है कारगर
चेहरों का डार्क स्पॉट (Dark Spots) मिटाने में टमाटर काफी असरदार है।
 टमाटर के रस में नींबू का रस, हल्दी पाउडर और बेसन मिलाकर लेप बना लें।
 इस लेप को गालों पर लगाएं। सूखने के बाद पानी से चेहरे को धो लें।
 रोज एक बार इसे आजमाएं। डार्क स्पॉट खत्म हो जाएँगे।
8. चुकंदर चेहरे को बनाएगी गुलाबी
चुकंदर का सेवन त्वचा में गुलाबी निखार लाता है।
 चुकंदर में काफी मात्रा में आइरन होता है,
जिससे हीमोग्लोबिन मिलता है। इसे पीस कर चेहरे पर भी लगा सकते हैं।
 रोजाना इसे आजमाने से चेहरे पर गुलाबी निखार आता है।
9. अंकुरित चना और मूंग खाएं
अंकुरित चना और मूंग सुबह-शाम खाएं।
चेहरे की झुर्रियां खत्म होंगी। चना और मूंग में विटामिन ई होता है,
 जो झुर्रियां मिटाने में कारगर होता है।
चना और मूंग नियमित खाने से स्किन में ग्लो आता है।
10. गाजर का रस पीएं
गाजर में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है,
एक ग्लास गाजर का रस रोज पिएं। इससे त्वचा में निखार आता है
, झुर्रियां गायब होती हैं।
Natural herbs for glowing skin,
 इन नेचुरल हर्ब से स्किन में आएगा ग्लो

बालों को तेजी से बढ़ाने के लिए आयुर्वेदा तेल

बालों को तेजी से बढ़ाने के लिए आयुर्वेदा  तेल (Best Hair Oils For Faster Hair Growth)


खूबसूरत बाल व्यक्तित्व में तो चार चांद लगाते ही हैं साथ ही अच्छे स्वास्थ्य की निशानी भी होते हैं। आजकल बालों का टूटना, गिरना या पतला होना एक आम समस्या हो गई है। अगर आप प्राकृतिक रूप से बालों की इन समस्याओं से छुटकारा चाहते हैं तो विभिन्न प्रकार के तेल आपकी समस्या का हल हैं।
इनसे बालों की ग्रोथ तो होगी ही, साथ ही स्कैल्प प्रॉब्लम, डैंड्रफ तथा अन्य समस्याएं भी ख़त्म होंगी। जानिए ऐसे ही कुछ तेल के बारे में जो हेयर ग्रोथ (Hair Growth) में लाभकारी होते हैं।
1. भृंगराज तेल (Bhringraj oil)- भृंगराज तेल बालों का गिरना कम करता है, असमय बालों को सफेद होने से बचाता है और बालों को तेजी से बढ़ाता है।
2. कैस्टर हेयर ऑयल (Castor Hair Oil)- इस तेल में विटामिन ई, प्रोटीन और मिनरल प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो कि बालों पर जादुई असर करते हैं। इसके माइक्रोबियल गुण डैंड्रफ तथा अन्य स्कैल्प प्रॉब्लम से दूर रखते हैं। इसमें मौजूद रिसिनोलैक एसिड (Ricinoleic Acid) स्कैल्प इनफ्लेमेशन तथा अन्य बीमारियों से बचाता है। कैस्टर ऑयल बालों को मुलायम बनाने के साथ ही उनकी ग्रोथ भी करता है।
3. जैतून का तेल (Olive Oil)- यह सबसे अधिक मॉइश्चराइज हेयर ऑयल है। इसके विटामिन ई और एंटी ऑक्सीडेंट गुण बालों को स्वस्थ रखते हैं। इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण बालों को गिरने से रोकते हैं, डैंड्रफ से बचाते हैं और बालों की ग्रोथ प्रोसेस तेज करते हैं।
4. तिल का तेल (Sesame Oil)- यह तेल बाल बढ़ाने की बहुत सी आयुर्वेदिक दवाइयों में बेस के तौर पर इस्तेमाल होता है। इसके एंटी माइक्रोबायल गुण स्कैल्प इन्फेक्शन, फंगल इन्फेक्शन आदि से दूर रखते हैं। यह बालों को पोषण देता है और इसमें मौजूद विटामिन ई हेयर ग्रोथ में मदद करता है।
5. ऑर्गन ऑयल (Argan Oil)- यह तेल बालों को हाइड्रेट करता है। इसके एंटी ऑक्सीडेंट गुण डैमेज बालों को ठीक करते हैं। विटामिन ई और एफ बालों को तेजी से बढ़ाते हैं और उन्हें घना बनाते हैं। इस तेल से दोमुंहे बालों की समस्या से भी निजात मिलती है। इस तेल को 'लिक्विड गोल्ड (Liquid Gold)' भी कहा जाता है।
6. जोजोबा ऑयल (Jojoba Oil)- मॉइश्चराइज गुण के कारण इस तेल को बालों और त्वचा के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। इसका रोजाना इस्तेमाल बालों को फ्रिज्ज़ फ्री (Frizz Free)रखता है और घना बनाता है। यह तेल नई कोशिकाओं को बनाता है जिससे बाल तेजी से बढ़ते हैं।
7. नारियल तेल (Coconut Oil)- सबसे आसानी से मिलने वाला और बेहतर गुणों वाला तेल है। बालों को प्राकृतिक रूप से कंडीशन करता है। इसमें मौजूद विटामिन ई और एंटी ऑक्सीडेंट गुण बालों को मुलायम रखते हैं, टूटने से बचाते हैं और दोमुंहे बाल होने से रोकते हैं। यदि इस तेल में भृंगराज, ब्राह्मी और करी पत्ता मिला दिया जाए तो बहुत कम समय में बाल बढ़ने लगेंगे।

Sunday, 20 August 2017

आयुर्वेद से दमा से बचाव का उपाय

आयुर्वेद से दमा से बचाव का उपाय (Ayurvedic Treatment For Asthma)


आयुर्वेद के अनुसार दमा से बचाव का उपाय (Ayurvedic treatment for Asthma)
अस्थमा के रोगियों को अस्थमा का दौरा कभी भी आ सकता है। यह जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में इससे बचने के उपायों की जानकारी होना बेहद आवश्यक है। आयुर्वेद के अनुसार अस्थमा से बचने के कुछ आसान उपाय निम्न हैं:
  1. किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचें।
  2. झींकते, खांसते समय रुमाल का प्रयोग करें।
  3. धूल, धुंआ, रुई, जानवरों के पंख, बालों के सम्पर्क में आने से बचें।
  4. फूलों के परागकणों (फूलों में मौजूद तत्वों को) को सांस के साथ अंदर जाने से रोकें।
  5. सुगंधित या कृत्रिम रासायनिक द्रव्यों जैसे परफ्यूम, डियो आदि से परहेज करें।
  6. जुकाम या खांसी होने पर लापरवाही न बरतें, जल्द से जल्द उसका उपचार करें।

खान पान का रखें ध्यान (Diet in Asthma by Ayurveda)
आयुर्वेद के अनुसार अस्थमा में खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए:
  1. हल्का और जल्दी पचने वाला भोजन जैसे मूंग, मसूर की दाल इत्यादि का सेवन करें।
  2. लहसुन, अदरक, मेथी, सोया, परवल, लौकी तरोई, टिंडे आदि का प्रयोग भोजन में अधिक से अधिक करें।
  3. अस्थमा के रोगी के लिए मोटे पिसे आटे की रोटियां, दलिये की खिचड़ी लाभदायक है।
  4. मुनक्का व खजूर का प्रयोग लाभदायक होता है।
  5. हमेशा पीने के लिए गर्म पानी का प्रयोग करेँ।

Thursday, 3 August 2017

चेहरे का सौंदर्य बढ़ाये

चेहरे का सौंदर्य बढ़ाये 




चेहरे का सौंदर्य बढ़ाता है  चेहरे की सुंदरता बढ़ाने में त्वचा का बहुत बड़ा योगदान है | मौसम और त्वचा की प्रकृति के अनुरूप देखभाल करने से त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाया जा सकता है | अक्सर ऐसी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए ब्यूटी पार्लर का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन आप घर पर ही फेस पैक बना सकती हैं (Make Your Own Facepack At Home) और बड़ी आसानी से अपने चेहरे की कांति वापस ला सकती हैं |
जाड़े के दिनों में शुष्क त्वचा (Skin Care In Winter) को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है | शुष्क त्वचा ठंड से जल्द प्रभावित होती है और सूखकर उसमे दरारें पड़ जाती हैं | Homemade face pack for glowing skin in winter in hindi.

शुष्क त्वचा के लिए फेस पैक Homemade Facepack For Dry Skin

एक चम्मच चने के बेसन में थोड़ा शहद और मलाई मिलाकर चेहरे पर लगाएं | अगर आप अंडे की जर्दी लगा सकती हैं तो और बेहतर है | अंडे की जर्दी में दो चम्मच शहद मिलाकर अच्छा सा घोल तैयार करें | इसे चेहरे पर लगाएं और सूख जाने पर धो लें | इससे त्वचा का अच्छा पोषण होता है और नर्मी भी बनी रहती है |
त्वचा का तेल- संतुलन बनाए रखने के लिए रात में चेहरे को अच्छी तरह धो लें, फिर एक चम्मच बादाम के तेल में 4-5 बूंद गिल्सरीन और मलाई मिलाकर लेप करें | आप सिर्फ गिल्सरीन और नीबू का रस भी प्रयोग कर सकती हैं | ऑलिव ऑयल से मालिश करना भी लाभदायक है मगर ध्यान रहे, चेहरे पर मालिश हमेशा नीचे से ऊपर की ओर करना चाहिए | गालों पर गोलाई से मालिश करें |

सामान्य त्वचा के लिए फेस पैक Homemade Facepack For Normal Skin

सामान्य त्वचा को आमतौर पर ज्यादा परेशानी नहीं सहनी पड़ती | इसे हमेशा सामान्य बनाए रखने के लिए आप फेस पैक का इस्तेमाल कर सकती हैं | मसूर की दाल को पानी में भिगो लें, फिर दूध के साथ पीसकर चेहरे पर लेप लगाएं | सूख जाने पर धो लें | कच्चा दूध भी बहुत फायदेमंद है | रात को सोने से पहले दो चम्मच कच्चे दूध में एक चम्मच ग्लिसरीन मिलाकर लगाएं, सुबह धो लें | अंडे के प्रयोग से भी अच्छा फेस पैक तैयार हो सकता है | दूध में अंडा फेटकर हल्दी-बेसन का लेप बनाएं और चेहरे पर लगाएं | इससे चेहरे का रंग भी साफ होगा | हल्दी में बहुत से औषधीय गुण हैं- यह रक्त-शोधक का काम करती है | दही, बेसन और गिल्सरीन का मिश्रण भी सामान्य त्वचा की अच्छी देखभाल कर सकता है |

तैलीय त्वचा के लिए फेस पैक Homemade Facepack For Oily Skin

यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो गर्मी के दिनों में अच्छे साबुन का प्रयोग करें | साबुन के बदले चने के बेसन तथा संतरे के छिलके के पाउडर का पर्योग भी कर सकती हैं | इनका गाढ़ा घोल बनाकर चेहरे पर लगाएं और ठंडे पानी से धो लें |
Make winter face pack for glowing skin at home easily. जाड़े के दिनों में तैलीय त्वचा वरदान है, लेकिन मौसम की खुश्की थोड़ा बहुत इसे भी प्रभावित कर जाती है इसलिए इस मौसम में ऐसी त्वचा को भी थोड़ी देखभाल की जरुरत है | इसके लिए आप एक चम्मच संतरे के छिलके का पाउडर लें और उसमे थोड़ा दूध और मलाई मिलाकर चेहरे पर लगाएं | बेसन में दूध और मलाई का फेस पैक भी तैयार कर सकती हैं | सप्ताह में एक बार, अंडे की सफेदी में थोड़ा दूध और एक चम्मच शहद मिलाकर बना हुआ लेप लगाएं | आपकी त्वचा खिल उठेगी |